Wednesday, March 13, 2019

भिलाई के अभय ने आईआईटी बॉम्बे 

को दान किए 10 करोड़ 



व्यक्तिगत दान में यह अब तक की सबसे बड़ी रकम, मुंबई में वित्तीय फर्म चलाते हैं अभय



इस्पात नगरी भिलाई में पले-बढ़े अभय पांडेय ने एक अनूठी मिसाल पेश करते हुए आईआईटी बॉम्बे को 10 करोड़ रूपए दान में दिए हैं। किसी पूर्व छात्र द्वारा आईआईटी बॉम्बे को दिया गया यह सर्वाधिक राशि का व्यक्तिगत दान है। इन दिनों मुंबई में अपनी वित्तीय फर्म चला रहे अभय ने कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों में सेवाएं दी है। आईआईटी बॉम्बे ने इस दान के लिए सोशल मीडिया पर भी उनका शुक्रिया अदा किया है। अभय पांडेय ने चर्चा करते हुए बताया कि उन्होंने इसके लिए कोई प्लानिंग नहीं की थी, बस मन में आया तो अपने पूर्व संस्थान के लिए दान कर दिया। 
उल्लेखनीय है कि अभय पांडेय भिलाई में पले-बढ़े हैं। सेक्टर-8 में उनका निवास था। उनके पिता कमलेश्वर पांडेय यहां एचएससीएल में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे। अभय की स्कूली शिक्षा ईएमएमएस सेक्टर-9 और उसके बाद बीएसपी सीनियर सेकंडरी स्कूल सेक्टर-10 से हुई है। यहां 1989 में 12 वीं के बाद उन्होंने आईआईटी बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया। इसके बाद उन्होंने आईआईएम कोलकाता से एमबीए की डिग्री ली और फिर कई प्रमुख बहुराष्ट्रीय कंपनियों में सेवा देते हुए अब मुंबई में अपनी वित्तीय फर्म ए-91 पार्टनर चला रहे हैं।
अभय ने बताया कि आईआईटी के 1993 बैच की सिल्वर जुबली गत वर्ष थी। जिसमें सभी पूर्व छात्र जुटे थे। इस दौरान मानविकी और सामाजिक विज्ञान की एनेक्सी बिल्डिंग निर्माण की बात सामने आई तो सभी पूर्व छात्रों के मन में भावना थी कि अपनी तरफ से चैरिटी की जाए। इसके बाद सभी ने मिलाकर कुल 25 करोड़ रूपए जुटाए, जिनमें सर्वाधिक हिस्सा 10 करोड़ के रूप में उन्होंने दिया है। यह राशि तीन दिन पहले आईआईटी बॉम्बे में आयोजित एक कार्यक्रम में समर्पित कर दी गई। अभय ने कहा कि उन्हें बेहद खुशी है कि अपने पूर्व संस्थान के लिए कुछ कर पाए हैं। अभय के छोटे भाई आलोक पांडेय ने बताया कि उनकी इस भावना का पूरा सम्मान करते हुए परिवार बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहा है। 
आईआईटी बॉम्बे को 10 करोड़ रूपए दान में देकर सुर्खियों में आए अभय पांडेय अपने बचपन के शहर भिलाई में भी शिक्षा की बेहतरी के लिए लगातार प्रयासरत हैं। उन्होंने अपने चार दोस्तों के साथ मिलकर भिलाई एजुकेशन चेरिटेबल ट्रस्ट बनाया है, जो 2014 से भिलाई के मेधावी बच्चों को छात्रवृत्ति दे रहा है, वहीं खस्ताहाल स्कूलों की दशा सुधारने भी पहल कर रहा है। इस ट्रस्ट में हांगकांग में बैंक आॅफ अमेरिका में मैनेजिंग डायरेक्टर राजकुमार सिंघल, वकालत में स्नातकोत्तर और वर्तमान में सिंगापुर में रह रहीं लेखिका जूही शुक्ला और भिलाई से मैत्री एजुकेशनल सोसाइटी के डायरेक्टर सजीव सुधाकरन शामिल हैं। ट्रस्ट ने मरोड़ा स्थित आजाद हिन्द स्कूल की दशा सुधारने कई पहल की है। जहां डिजीटल क्लास रूम से संबंधित गतिविधियों को समर्थन दे रहें हैं। 

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