Wednesday, May 29, 2013

टाउनशिप का विवाद सुलझाना बड़ी चुनौती

कुम्हारी गाँव की सरहद 
 रावघाट परियोजना शुरू होने में एक बड़ी चुनौती टाउनशिप का विवाद सुलझाना है। रावघाट से अंतागढ़ और नारायणपुर दोनों समान दूरी (25 किमी) पर है। दोनों इलाके के लोगों के अपने-अपने दावे हैं और इन दावों के पीछे आंदोलनकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों का समर्थन भी है। ऐसे में भिलाई स्टील प्लांट मैनेजमेंट तय नहीं कर पा रहा है कि माइंस की टाउनशिप कहां होगी..? इस बीच रावघाट परियोजना के निजीकरण की आहट को देखते हुए भी स्थानीय लोग खुद को ठगा हुआ सा महसूस कर रहे हैं।
रावघाट की माइनिंग लीज मिलने के बाद बीएसपी के सामने टाउनशिप तय करने की सबसे बड़ी चुनौती रही है। स्थानीय जनप्रतिनिधि और आंदोलनकारी शुरू से दल्ली राजहरा की तरह की सर्वसुविधायुक्त टाउनशिप मांगते रहे हैं। बीएसपी के सामने दिक्कत है कि वह टाउनशिप बनाएं तो कहां? बीएसपी ने इस विवाद को देखते हुए कई मामलों में बीच का रास्ता निकाला भी है। सूत्रों की मानें तो अंतागढ़ में टाउनशिप के लिए कुम्हारी गांव व मेढक़ी नदी के बीच की चिह्नित जगह  पर कर्मचारियों के लिए मकान बनाने की तैयारी है, वहीं नारायणपुर में अफसरों के लिए लिए सर्वसुविधायुक्त आवास बनाए जाएंगे।
अपनी निगमित सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) के तहत बीएसपी ने अंतागढ़ -नारायणपुर दोनों जगह समान रुप से कार्य शुरू किया है, यहां तक कि कार्यों का ज्यादातर बंटवारा भी दोनों जगह समान रुप से किया गया है। बीएसपी 60 स्कॉलरशिप दे रही है, जिसमें 30 अंतागढ़ और 30 नारायणपुर से है। बीएसपी ने रामकृष्ण मिशन आश्रम के साथ मिलकर अगर नारायणपुर में वार्षिक खेल मेला शुरू किया है तो अंतागढ़ के स्टेडियम को संवार कर वहां अंतरशालेय फुटबॉल टूर्नामेंट भी शुरू किया है। बीएसपी की नीति दोनों इलाके के लोगोंको संतुष्ट करने की है लेकिन अंसतोष लगातार बढ़ रहा है। इससे बीएसपी का सेवा कार्य भी विवादित होता जा रहा है। अंतागढ़ निवासी और रावघाट संघर्ष समिति से जुड़े अनिल चंदेल बताते हैं-राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी)बैलाडीला में लौह अयस्क का खनन कर रहा है लेकिन उसकी स्कॉलरशिप का फायदा समूचे बस्तर संभाग को मिलता है।
यही नहीं बीएससी नर्सिंग कोर्स के लिए एनएमडीसी वाले समूचे बस्तर से छात्राओं को चयनित कर हैदराबाद ले जाते हैं। इसके विपरीत बीएसपी ने स्कालरशिप के लिए सिर्फ 20 गांवों को चुना है। नर्सिंग कोर्स के लिए पहले  हर साल महज 2 छात्राओं को भिलाई ले जाते थे, पिछले साल अक्टूबर में हमारे आंदोलन के चलते दबाव बढ़ा तो आनन फानन में बीएसपी ने 20 छात्राओं को नर्सिंग कोर्स कराने मंजूरी दी। बीएसपी अपना सेवा कार्य यहां सिर्फ 18-20 गांवों में ही कर रहा है, जबकि भविष्य में प्रदूषण की चपेट में तो समूचे अंतागढ़ के गांव आएंगे। हम चाहते हैं कि यहां हमारे अंतागढ़ की आईटीआई के छात्रों को भिलाई में अप्रेंटिसशिप का मौका मिले। बीएसपी यहां एक अंग्रेजी माध्यम का स्कूल शुरू करे और गांव-गांव मेडिकल वैन घुमाने के साथ-साथ अंतागढ़ में एक सर्वसुविधायुक्त अस्पताल भी खोले।
टाउनशिप तो कुम्हारी में ही बनेगी
विक्रम उसेंडी 
अंतागढ़ क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रदेश के वनमंत्री विक्रम उसेंडी का कहना है कि टाउनशिप कुम्हारी में ही बनेगी। राजधानी रायपुर में श्री उसेंडी ने बताया कि 4 साल पहले ही जिला प्रशासन, बीएसपी मैनेजमेंट और राज्य सरकार के प्रतिनिधियों के साथ कुम्हारी गांव के पास मेंढक़ी नदी से लगी हुई 500 एकड़ की राजस्व भूमि टाउनशिप के लिए चिह्नित की जा चुकी है। इसके बाद विवाद तो होना नहीं चाहिए। माओवादी धमकियों के संबंध में श्री उसेंडी का कहना है कि वह नहीं बता सकते कि वास्तव में धमकी कौन दे रहा है लेकिन वहां पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था है और परियोजना शुरू होने में कोई खतरा नहीं है। रावघाट के निजीकरण संबंधी सवाल पर श्री उसेंडी ने अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि अभी तक तो उन्हें कोई जानकारी नहीं है लेकिन स्थानीय हितों पर आंच आएगी तो इस परियोजना का विरोध करने वालों में सबसे पहले मैं सामने आऊंगा।

रावघाट की टाउनशिप कनेरा में फाइनल 


रावघाट लौह अयस्क परियोजना के अंतर्गत बीएसपी अपनी सक्रियता बढ़ाते हुए खनन जल्द से जल्द शुरू करने की कोशिश कर रही है। इससे पहले बीएसपी के अफसर नागरिक सुविधाओं को लेकर विवाद हल करने में जुटे हैं। रावघाट में नागरिक सुविधाओं को लेकर सबसे बड़ा मुद्दा टाउनशिप का था।
 राज्य शासन के दखल के बाद यह मुद्दा अब लगभग सुलझ चुका है। बीएसपी माइंस विभाग के  एक वरिष्ठ अफसर ने बताया कि टाउनशिप के लिए अंतागढ़ के पास कुम्हारी, ताड़ोकी और नारायणपुर के पास बिजली व कनेरा गांव का सर्वे हुआ था। चूंकि अंतागढ़ और नारायणपुर दोनों इलाके के लोग अपने-अपने क्षेत्र में टाउनशिप मांग रहे थे और इन मांगों के पीछे दोनों जगहों के विधायक विक्रम उसेंडी और केदार कश्यप भी सक्रिय थे, इसलिए इसमें राज्य शासन ने हस्तक्षेप की। मुख्यमंत्री की मध्यस्थता में दोनों क्षेत्रों के जनप्रतिनिधियों की बैठकें हुई और अंतत: सहमति कनेरा गांव पर बनी।
कनेरा गांव में टाउनशिप बनाने के लिए सर्वे व पेड़ कटाई का काम पिछले साल 25 अक्टूबर 2012 को पूरा हो चुका है। बीएसपी मैनेजमेंट चूंकि अंतागढ़ के लोगों को भी नाराज नहीं करना चाहता, इसलिए कुम्हारी गांव में कर्मचारियों के लिए आवास बनाने की भी योजना है। वहीं अंतागढ़ में अस्पताल इसी माह से शुरू किया जा रहा है। प्रबंधन सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक फिलहाल किराए के भवन में अस्पताल शुरू किया जा रहा है लेकिन जल्द ही खुद का भवन भी बना लिया जाएगा। 

जवानो-अफसरों के लिए जुटाई जा रही सुविधाएं 


नारायणपुर की ओर से रावघाट जाने का मार्ग 

रावघाट परियोजना की सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों की टुकडिय़ों की तैनाती शुरू हो गई है। वहीं कुछ कर्मी और अफसर भी नारायणपुर में कैंप कर प्रोजेक्ट को गति देने में जुटे हैं। इन अफसरों और सुरक्षा बल के जवानों के लिए बीएसपी ने नारायणपुर में गेस्ट हाउस बनाने वहां के कलेक्टर को फाइल इस साल 31 जनवरी को सौंप दी गई है। वहीं आवाजाही के लिए वाहन भी किराए से लिए जा रहे हैं। सुरक्षा बलों के लिए फिलहाल दो बैरक तैयार हो चुके हैं, वहीं आगे और भी बैरक बनाने सामानों की खरीद के लिए बीएसपी ने टेंडर जारी कर दिया है। 

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