Monday, June 6, 2011

बीएसपी की कमान फिर से भिलाइयंस को

भिलाई। पंकज गौतम के रूप में भिलाईवासियों को फिर एक बार अपने ही बीच का एक नेतृत्वकर्ता मिल गया है। तीन दिन पहले ही ईडी वक्र्स के तौर पर जवाबदारी संभालने वाले श्री गौतम को भिलाई स्टील प्लांट का नया ईडी (इंचार्ज) बनाया गया है। पिछले 5 साल में श्री गौतम तीसरे ऐसे भिलाइयंस हैं, जिन्हें अपने ही प्लांट में नेतृत्व का अवसर मिला है।
भिलाई स्टील प्लांट में 90 के दशक में डॉ. ईआरसी शेखर के बाद करीब डेढ़ दशक तक ‘सेल’ की दूसरी ईकाई के एक्जीक्युटिव डायरेक्टरों को पदोन्नत कर भिलाई का मुखिया बनाया जाता रहा। पिछले 5 साल में यह परंपरा टूटी। 31 जुलाई 2006 को राजेंद्र प्रसाद सिंह की सेवानिवृत्ति के बाद राघवचारी रामराजु को बीएसपी की कमान सौंपी गई थी। श्री रामराजु ने अपने कैरियर की शुरूआत भिलाई से ही की थी और वह एमडी के पद से भिलाई से ही रिटायर हुए। 30 मार्च 2010 को श्री रामराजु के रिटायरमेंट के बाद तत्कालीन ईडी वक्र्स अशोक कुमार को प्रभारी एमडी बनाया गया लेकिन वह भी एक माह में रिटायर हो गए। उनके बाद एक माह तक एक्जीक्युटिव डायरेक्टरों की कमेटी ने प्लांट का संचालन किया। फिर भिलाई से ही अपनी सेवा की शुरूआत करने वाले और कार्पोरेट ऑफिस से स्थानांतरित होकर लौटे विनोद कुमार अरोरा को ईडी प्रोजेक्ट के साथ-साथ प्रभारी एमडी का दायित्व सौंपा गया। अब एक और भिलाइयंस पंकज गौतम को नेतृत्व सौंपा गया है।
रायपुर के गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक्स में बीई और एएमआईआईएम करने के बाद श्री गौतम ने वर्ष 1974 में भिलाई इस्पात संयंत्र की इलेक्ट्रिकल रिपेयर शॉप में बतौर जूनियर इंजीनियर ज्वॉइन किया। विभिन्न विभागों में अपनी क्षमता का लोहा मनवाते हुए श्री गौतम अप्रैल 2009 में महाप्रबंधक (परियोजनाएं) बनें। पांच महीने बाद सितंबर 2009 में वे कार्यपालक निदेशक के पद पर आसीन हुए और सेलम इस्पात संयंत्र विशाखापट्टनम का नेतृत्व उन्हें दिया गया। सेलम में श्री गौतम ने 2000 करोड़ रूपए के परियोजना कार्यों को समय से पूरा करते हुए अपने लक्ष्य को सफलतापूर्वक प्राप्त किया।

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