Saturday, October 20, 2012

भिलाई की दुआ रही तो 'बर्फी' ऑस्कर जरूर जीतेगी

मेरी हर फिल्म में नजर आएगा भिलाई और छत्तीसगढ़

निर्देशक अनुराग बसु 'बर्फी' की सफलता से बेहद उत्साहित हैं। उन्होंने इस सफलता के लिए अपने भिलाई और छत्तीसगढ़वासियों का खास कर शुक्रिया अदा किया है। अनुराग अपनी हर फिल्म में अपने भिलाई और छत्तीसगढ़ को किसी न किसी रूप में दिखाने का इरादा रखते हैं और यही उनकी मुकम्मल पहचान भी है। 'बर्फी' की सफलता पर अनुराग ने विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की।

'मुस्कान' से मिला मुझे बेसिक आइडिया
सेक्टर-2 के 'मुस्कान' मानसिक नि:शक्त स्कूल से मेरा बेहद करीबी का रिश्ता रहा है। इसे संचालित कर रहे अजयकांत भट्ट व अन्य सभी लोग हमारे पारिवारिक सदस्य हैं। इसलिए भिलाई आने पर मैं 'मुस्कान' जरूर जाता हूं। पिछली बार जब मैं यहां गया था तो 'मुस्कान' परिवार से मैंने कुछ वायदे किए थे। मुझे 'बर्फी' का बेसिक आइडिया यहीं से ही मिला। आज जब मेरी 'बर्फी' पूरे देश में सुपरहिट हो गई है तो मुझे लगता है कि मैने 'मुस्कान' परिवार से जो वादा किया था, उसे निभाने में सफल रहा। मेरी 'बर्फी' को दरअसल 'मुस्कान' के प्रति एक आदरांजलि हैं।

साल की तीसरी हिट, खुशी तो होगी ही
'अग्निपथ' और 'एक था टाइगर' के बाद मेरी 'बर्फी' इस साल बालीवुड की तीसरी बिग हिट साबित हुई है। हालांकि हम लोगों ने बेहद सीमित प्रिंट रिलीज किए वहीं बाकी दो फिल्में रिकार्ड तीन गुना प्रिंट के साथ 26 जनवरी और रमजान की छुट्टियों के माहौल में रिलीज हुई थी। इसके बावजूद हमारी 'बर्फी' ने शुरूआती 4 दिन में ही 60 करोड़ से ज्यादा का बिजनेस दिया। इससे खुशी तो होती ही है। फिर मेरे अपने शहर भिलाई में भी यह फिल्म बहुत अच्छी जा रही है। कभी स्कूल के दिनों में मैं जिस न्यू बसंत टॉकीज में भाग-भाग कर फिल्म देखने जाता था, आज वहां लगी मेरी फिल्म को मेरे शहर के लोगों ने सुपरहिट बनाया। इसके लिए मैं कहूंगा-शुक्रिया भिलाई।

'मैट्रो' की नाराजगी दूर कर दी मेरे शहर के लोगों ने
मैं अपने ही शहर के लोगों से नाराज था। वजह, मेरी पिछली फिल्म 'लाइफ को भी पसंद किया गया, जबकि मेरी नजर में यह अब तक की मेरी सबसे बुरी फिल्म थी। अब जबकि भिलाई, रायपुर और बाकी छत्तीसगढ़ में मेरी 'बर्फी' अच्छी चल रही है, तो लगता है मेरे अपनों ने मुझे पहली बार इतना प्यार दिया है। 'मैट्रो' की नाराजगी मेरे शहर के लोगों ने 'बर्फी' से दूर कर दी है।

हर फिल्म में रहेगा मेरा भिलाई और छत्तीसगढ़
मैने अपनी पिछली फिल्मों की तरह 'बर्फी' में भी भिलाई और छत्तीसगढ़ का टच दिया है। ये मेरा जुनून है कि मेरी हर फिल्म में मेरा शहर और मेरा स्टेट रहे। मैं इसे आगे भी जारी रखूंगा। मैं कहीं भी रहूं मौजूदा और मेरे बाद की पीढ़ी कम से कम यह तो जान सके कि मेरी जड़ें कहां की हैं। मैं आज भी अपने भिलाई और रायपुर उतनी ही शिद्दत से याद करता हूं। जब भी मैं तनाव में रहता हूं भिलाई-रायपुर में अपने दोस्तों से लंबी बातचीत कर रिलैक्स फील करता हूं। मुझे मेरे शहर वाले जब भी याद करेंगे, मैं हाजिर हो जाऊंगा।
आगे 'सुपर-30' सहित कई प्लानिंग
इन दिनों दो-तीन प्रोजेक्ट पर मैं काम कर रहा हूं। इसमें पटना के प्रसिद्ध कोचिंग इंस्टीट्यूट 'सुपर-30' पर फिल्म बनाना करीब-करीब तय हो चुका है। फिल्म भले ही पटना के कोचिंग इंस्टीट्यूट की सफलता पर होगी, पर यकीन मानिए इसमें मेरा अपना शहर भिलाई भी कहीं न कहीं जरूर होगा।

बंगाल ने अपना बना लिया, लेकिन छत्तीसगढ़...
कोलकाता के लोगों ने मुझे खूब प्यार दिया, बंगाल ने मुझे अपना बना लिया। लेकिन, अफसोस इस बात का है कि मेरे अपने छत्तीसगढ़ के लोगों के प्यार में शायद कुछ कमी रही है। आज मुझे 'बर्फी' के बाद जो प्यार छत्तीसगढ़ से मिल रहा है, उससे खुशी तो बहुत हो रही है लेकिन मैं एक बात कहूंगा कि कोलकाता के लोगों ने 'बर्फी' का इंतजार नहीं किया। मुझे उस वक्त बहुत बुरा लगा था, जब पिछले दौरों में मैने राजधानी रायपुर में अपने किसी प्रोजेक्ट पर कुछ जिम्मेदार लोगों से डिस्कस किया, तब मुझे जवाब मिला कि इससे हमें क्या मिलेगा..?

No comments:

Post a Comment