Sunday, October 21, 2012

भिलाइयन की कंपनी हुई ट्विटर के संग

सॉफ्टवेयर कंपनियों के अंतरराष्ट्रीय बाजार में बड़ी हलचल

'डेजियेंट' की संस्थापक टीम के सदस्य नील दासवानी, अमित रणदिवे और शारिक रिजवी
साफ्टवेयर कंपनियों के अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस हफ्ते बड़ी हलचल हुई। दुनिया भर में सर्वाधिक लोकप्रिय सोशल नेटवर्किंग साइट 'ट्विटर' ने अमेरिका की इंटरनेट सिक्यूरिटी कंपनी 'डेजियेंट स्टार्ट अप' का अधिग्रहण कर लिया है। यह अधिग्रहण भारतीय और अमेरिकी मीडिया की सुर्खी बना हुआ है। खास बात यह है कि 'डेजियेंट' का कर्ता-धर्ता भिलाई का होनहार नौजवान शारिक रिजवी है। शारिक अपनी इस उपलब्धि से बेहद खुश है। उन्होंने चर्चा में इस अधिग्रहण की जानकारी देते हुए कहा कि -मर्जर के तुरंत बाद वह और उनकी टीम सैन फ्रांसिस्को में ट्विटर इंजीनियरिंग की टीम ज्वाइन कर चुके हैं।
भिलाई में पले-बढ़े शारिक रिजवी ने 1999 में आईआईटी में देश भर में पांचवां स्थान हासिल करने के बाद आईआईटी मुंबई में दाखिला लिया था। जहां से 2003 में वह यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया एट बर्कले में फैलोशिप के तहत पीएचडी के लिए गए। यहां 2008 में 'डेजियेंट' की रुप रेखा बनीं और अमेरिकन-इंडियन नील दासवानी, अमित रणदिवे और अन्य लोगों के साथ मिलकर 2009 जून में इसकी विधिवत लांचिंग  कर दी। तब से 'डेजियेंटÓ ने वेब स्केल सिक्यूरिटी प्रॉब्लम माल वेयर और दूसरी तरह के  दुरुपयोग से संबंधित समस्याओं को सुलझाने पर ध्यान केंद्रित किया। इसके लिए डेजियेंट ने  बहुत सी नई पहल की, जो आज भी जारी है। शारिक ने बताया कि इस अधिग्रहण के बाद उनकी कंपनी अपनी तकनीक और टीम दुनिया के सबसे बड़े रियल टाइम इन्फरमेशन नेटवर्क 'ट्विटर' के लिए उपलब्ध करा चुकी है। इस अधिग्रहण के महत्व पर उन्होंने बताया कि यह एक बड़ी उपलब्धि इसलिए भी है क्योंकि सिलिकॉन वैली में बहुत सी साफ्टवेयर कंपनियां 'स्टार्ट-अप' तो होती है लेकिन 90 फीसदी से ज्यादा सफल नहीं हो पाती। उनकी टीम खुशकिस्मत है कि न सिर्फ यह सफलतापूर्वक चली बल्कि अब दुनिया की सबसे बड़ी और बहुचर्चित कंपनी का हिस्सा भी बन गई है। अब तक 'डेजियेंट' ने गूगल वेंचर्स, राडार पार्टनर, फ्लड गेट और बेनहामुओ ग्लोबल वेंचर्स जैसी नामचीन कंपनियों को अपनी सेवाएं उपलब्ध कराई हैं। आगे अब 'ट्विटर' का हिस्सा बन कर एक नया आयाम स्थापित करने जा रही है। शारिक ने भिलाई की उत्कृष्ट शिक्षा व्यवस्था को अपने करियर की नींव बताते हुए इसे ही इस सफलता का श्रेय दिया है।
29 जनवरी 2012 (c)

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