Tuesday, October 16, 2012

नकल नहीं सच्ची प्रेरणा है 'बर्फी'

बॉलीवुड अभिनेताओं ने कहा-ऑस्कर मिला तो देश और बॉलीवुड का मान बढ़ेगा

भरत कपूर
अवतार गिल
थियेटर, फिल्मों और छोटे परदे के स्थापित अभिनेता अवतार गिल व भरत कपूर का कहना है कि भिलाई के निर्देशक अनुराग बसु की बनाई फिल्म 'बर्फी' नकल नहीं बल्कि सच्ची प्रेरणा है। दोनों का मानना है कि अगर  'बर्फी' को ऑस्कर अवार्ड मिल जाता है तो इससे देश औैर बॉलीवुड दोनों का मान बढ़ेगा।
यहां एक कार्यक्रम में शामिल होने आए दोनों कलाकारों ने प्रेस से बातचीत में कहा कि अनुराग ने अपनी फिल्म की शुरूआत में ही साफ कर दिया है कि यह महान फिल्मकारों चार्ली चैपलिन और बस्टर कीटोन से प्रेरित एक आदरांजलि है। इसके बाद तो किसी तरह का विवाद होना ही नहीं चाहिए था। जो लोग इस बेहतरीन फिल्म को नकल बता रहे हैं, उन्हें नकल और प्रेरणा में फर्क ही नहीं मालूम है।
दूरदर्शन के दौर में चर्चित धारावाहिक 'नुक्कड़' में कादर भाई का यादगार किरदार निभाने वाले अवतार गिल ने अन्य सवालों के जवाब में कहा कि आज सैटेलाइट चैनलों की वजह से जो बदलाव आया है, वह स्वाभाविक है। इस तरह के बदलाव होते रहना चाहिए। भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) से जुड़े श्री गिल ने एक सवाल के जवाब में चुटकी लेते हुए कहा कि फिल्मों में उनका कोई गॉड फादर नहीं था। जो भी काम मिला वह पिछले काम के बूते पर मिलता गया। उन्होंने बताया कि जल्द आने वाली उनकी फिल्मों में 'आई लव यू सोणयो'  और सीरियल में 'हम तुमको न भूल पाएंगे' शामिल है।
'नूरी' , 'बाजार' और 'गुलामी' जैसी फिल्मों में यादगार किरदार निभाने वाले भरत कपूर इन दिनों छोटे परदे पर व्यस्त हैं। थियेटर की पृष्ठभूमि से आए भरत कपूर का कहना है कि उनके दौर में पारिवारिक किस्म के नाटकों का ज्यादा मंचन हुआ करता था लेकिन अब थियेटर में काफी प्रयोग हो रहे हैं, जो कि एक अच्छा संकेत है। फिल्मों में ज्यादातर नेगेटिव किरदार के संबंध में भरत कपूर ने कहा कि ये तो बॉलीवुड का ट्रेंड है, जब आप एक रोल में फिट हो जाते हैं तो आपको लगातार वैसी ही भूमिका मिलती जाती है। इसलिए मुझ पर नेगेटिव रोल का जो ठप्पा लगा, तो उसी के साथ चलना पड़ा।

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